



नए साल के जश्न के लिए तैयार वीटीआर
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर:- नया साल नजदीक आते ही वीटीआर में पर्यटकों की चहलकदमी शुरू हो गई है। नया साल नजदीक आते ही पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे में खुशी की लहर है। व्यवसायी उम्मीद जता रहे हैं कि आने वाला साल नई उम्मीदों से लबरेज होगा। वाल्मीकिनगर में हर साल नए साल का जश्न मनाने हजारों की तादाद में देशी-विदेशी सैलानी पहुंचते है।सैलानी वीटीआर के साथ ऐतिहासिक गंडक बराज, नरदेवी मंदिर, जटाशंकर मंदिर एवं वाल्मीकि आश्रम के दर्शन के लिए भी आते हैं। देश-विदेश से आए पर्यटक यहां की प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों के बीच नव वर्ष सेलिब्रेट करने पहुंचते हैं। और जंगल सफारी का भी आनंद उठाते हैं। जिससे यहां के होटल और रिसॉर्ट पूरी तरह से बुक हो जाते हैं। ठंड के मौसम में वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। विशेष रूप से बाघों की चहलकदमी और जंगल की खूबसूरत हरियाली के कारण यहां पर्यटकों का आकर्षण और भी बढ़ गया है।
घने जंगल का रोमांच

यहां बाघ, तेंदुआ, गौर, हिरण, जंगली सुअर और गिद्ध की दुर्लभ प्रजातियां देखी जा सकती हैं। जो इसे पर्यटकों के लिए एक बेहतरीन गंतव्य बनाती हैं।
बाघ की चहलकदमी का आकर्षण
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघों की चहलकदमी पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। इस मौसम में बाघों की सक्रियता अधिक देखी जा रही है। यह पर्यटकों को आकर्षित करने का प्रमुख कारण है। बाघों की चहलकदमी जंगल की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है, और पर्यटकों को यह अनुभव अत्यंत रोमांचक और अविस्मरणीय बनाता है। रिजर्व के भीतर बाघों की बढ़ती गतिविधियां इस स्थान को वन्यजीव प्रेमियों के लिए और भी रोमांचक बना रही हैं।वाल्मीकिनगर इन दिनों पर्यटकों की पहली पसंद बनी हुई है। सर्दी के मौसम में सुबह-शाम कड़ाके की ठंड के बावजूद वीटीआर बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित कर रही है। शांत वादियों और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए सैलानी वीटीआर का रुख कर रहे हैं।
सीमावर्ती नेपाल के बाजारों में रौनक
पर्यटक सीमावर्ती नेपाल घूमने के साथ-साथ स्थानीय बाजारों से गर्म कपड़े और ऊनी वस्त्रों की खरीदारी भी कर रहे हैं। क्रिसमस और नए साल के सीजन से पहले वाल्मीकिनगर में उमड़ी पर्यटकों की यह भीड़ पर्यटन कारोबारियों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है।










