




वाल्मीकि नगर से विवेक कुमार सिंह की रिपोर्ट..
भारत नेपाल सीमा से सटे धनहिया रेता गंडक नदी के 15 नं ठोकर के पास साधु दंपति को उतारा मौत के घाट
बगहा डीएसपी के नेतृत्व में फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से जुटाए सबूत
वाल्मीकिनगर। थाना क्षेत्र के ठाढ़ी गांव निवासी 60 वर्षीय संत बुधन महतो और उनकी 55 वर्षीय पत्नी भागवती देवी की हत्या धनहिया रेता के पास गंडक नदी के किनारे कर शव को फेंक देने देने का मामले से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। डबल मर्डर की सूचना वाल्मीकि नगर थाने को दी गई। पुलिस कप्तान के दिशा निर्देश पर मौके पर बगहा डीएसपी पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल बगहा भेज दिया है। डीएसपी कुमार देवेंद्र के साथ फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंच सबूत जुटाया है। डीएसपी कुमार देवेंद्र ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या के कारणों का खुलासा हो पाएगा। परिजनों द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। साधू- संत का जीवन व्यतीत करने वाले दंपति की हत्या पत्थर से कुचल कर दिया गया है। यह घटना मंगलवार की शाम की बताई जा रही है। परिजनों ने बताया कि बुधन महतो अपना जीवन साधु के रूप में व्यतीत करते थे। उनकी पत्नी भी उनके साथ धनहिया रेता में झोपड़ी बना, एकांत में रहते थे। गांव से करीब 1 किलोमीटर दूर एकांत में गंडक नदी के किनारे झोपड़ी बनाकर रहने वाले बुधन महतो मंगलवार से ही लापता थे। जिनका खोजबीन परिजनों द्वारा किया गया।उनका कहीं अता पता नहीं लगने के बाद परिजनों द्वारा वाल्मीकिनगर थाने में लापता होने की एक आवेदन दी गई थी। बुधवार की देर शाम खोजबीन के दौरान ही 15 नंबर ठोकर गंडक नदी के किनारे नो मैंस लैंड के समीप उनका शव देखा गया। बुधन महतो का शव गंडक नदी की धारा में एक ऊंचे टीले पर रखा हुआ था, और पत्नी भागवती देवी का शव उससे 200 मीटर की दूरी पर झाड़ियों में देखा गया।
रिश्ते के दामाद पर परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
बुधन महतो के पुत्र गोविंद महतो ने बताया कि मेरे चाचा के दामाद द्वारा मेरे माता-पिता की हत्या की गई है। दो माह पूर्व नेपाल के गोपीगंज परसौनी वार्ड नंबर 2 निवासी सियाराम चौधरी जो रिश्ते में मेरा बहनोई लगता है, के द्वारा मेरे माता-पिता को जहर देकर मारने का प्रयास किया गया था। उस समय मेरे माता-पिता बच गए। उसके बाद मेरे माता-पिता को एकांत में पाकर गंडक नदी के रास्ते धनहिया रेता पहुंच पत्थर से कुचल कर मार दिया।
ये है हत्या का कारण
मृतक बुधन महतो के पुत्र गोविंद ने बताया कि मेरे चाचा की बेटी की शादी सियाराम चौधरी से 2 वर्ष पूर्व हुई। शादी के बाद से हीं वह मेरे बहन को प्रताड़ित करने लगा। जिसका विरोध मेरे पिता एवं चाचा द्वारा किया जाता रहा। दूसरी वजह मेरे पिता के पास एक कीमती पत्थर था, जिसे सियाराम चौधरी लेना चाह रहा था। बाजार में उसकी कीमत ज्यादा थी। बहन की प्रताड़ना का विरोध व मेरे पिता के पास रखा हुआ पत्थर, मेरे माता-पिता के मौत का कारण बना।
मृत दंपति की पारिवारिक पृष्ठभूमि
वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र का ठाढ़ी गांव मूल रूप से नेपाल के पहाड़ी जाती के रहने वाले लोगों का बस्ती है। इस गांव के रहने वाले बुधन महतो तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। बुधन महतो के तीन बेटे हैं। सात्विक विचार के बुधन महतो ने साधु का रूप धारण कर पत्नी के साथ एकांत में जीवन बसर कर रहे थे। विवादित सुस्ता से सटे नेपाल अधिकृत नो मैंस लैंड धनहिया रेता में रहकर पेड़ पौधे लगा खेत में लगे फसलों की रखवाली करते थे। इस डबल मर्डर से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गया है।