




बगहा/मधुबनी। पूर्व प्राचार्य पंडित भरत उपाध्याय ने एक मांगलिक कार्यक्रम में आशीर्वाद देते हुए कहा कि सनातन धर्म ऐसी दिव्य परम्परा से ओतप्रोत है जिसमें हर मांगलिक कार्य मंत्रों से आरम्भ होकर आशीर्वाद से समाप्त होता है। उन्होंने बताया कि मांगलिक कार्य में मंगल की प्रधानता है जिसका काम है सबका मंगल करना। हम जानते हैं कि सभी ग्रहों का नकारात्मक और सकारात्मक दोनों प्रभाव मनुष्य के जीवन पर पड़तें हैं। मैं वर और कन्या को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। इस अवसर पर पंडित महेश्वर उपाध्याय, धनंजय पाण्डेय, मृत्युंजय पाण्डेय, राजशेखर उपाध्याय, देवेंद्र उपाध्याय सहित सैकड़ों गणमान्य लोग उपस्थित रहे।