




कार्यशाला में बुद्धा कैंसर सेंटर पटना के चिकित्सक द्वारा कैंसर रोग की पहचान व बचने के उपाय के बाबत जानकारी की साझा
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर:- शनिवार की शाम भारतीय आयुष चिकित्सा संघ द्वारा एक दिवसीय केंद्रीय काउंसिल मीटिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की शुरुआत दीप प्रज्वलित एवं डॉक्टर को अंग वस्त्र देकर सम्मानित करने के साथ की गई। वाल्मीकि नगर के आयुष चिकित्सक डॉ लक्ष्मण कुमार द्वारा अतिथि चिकित्सक को बुके शॉल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस आयोजन का नेतृत्व अपोलो क्लीनिक के चिकित्सक डॉ लक्ष्मण कुमार ने किया। इस कार्यक्रम में उपस्थित चिकित्सकों के मनोरंजन के लिए आए आदिवासी कलाकारों ने अपने गीत और संगीत से चिकित्सको का खूब मनोरंजन किया। रीमा गढ़वाल और सुदेश गढ़वाल ने अपने गीत और संगीत से समां बांध दिया ।थरूहट की गायिका रीमा गढ़वाल और सुदेश गढ़वाल द्वारा गाए गए गीतों को सुन बिहार के विभिन्न जिलों से आए चिकित्सको ने उनकी कला की भूरी भूरी प्रशंसा की। बैठक में उपस्थित चिकित्सक को संबोधित करते हुए बुद्धा कैंसर सेंटर पटना के मुख्य चिकित्सक डॉ अरविंद कुमार ने डॉक्टरों के बीच कैंसर होने के कारणों का जिक्र करते हुए कहा कि कैंसर की बीमारी कोई कीड़े के कारण नहीं होती है। यह मनुष्य के खान-पान और उसके दैनिक दिनचर्या पर निर्भर करता है।
उन्होंने कहा कि आज से 30- 40 साल पूर्व कैंसर की बीमारी बहुत कम थी। आज के समय में इस बीमारी का प्रकोप ज्यादा दिखाई दे रहा है। जो लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं ,उन्हें उचित सलाह देना ही अच्छे चिकित्सक की पहचान है। इस बीमारी से मरीज जिंदगी की जंग कम ही जीत पाते हैं। जो मरीज बचने वाला नहीं है, उसे उचित सलाह देकर उसके जमीन जायदाद को बिकने से बचाना हीं चिकित्सक का मुख्य कर्तव्य होता है। अपने संबोधन में डॉक्टर मनीष कुमार ने बताया कि भारतीय आयुष मेडिकल एसोसिएशन कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य चिकित्सा प्रणाली को सुदृढ़ करना और एक दूसरे से समन्वय स्थापित करना है। अपने से श्रेष्ठ चिकित्सक से सलाह लेना। एक दूसरे से राय मशविरा करने में किसी प्रकार की हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए।
तभी हम भविष्य में अपने नाम के अनुरूप आगे बढ़ सकते हैं। साथ ही हमें अपने संगठन को और मजबूत करने पर भी विचार करनी चाहिए। इसके लिए हमें समय-समय पर एकत्रित होकर भारतीय आयुष मेडिकल संगठन को मजबूत बनाने के लिए एक दूसरे का विचार लेना होगा। मौके पर डॉक्टर अरविंद कुमार, डॉक्टर मनीष कुमार, डॉक्टर एम यू अख्तर, डॉ अतिकुर रहमान, डॉक्टर अशफाक आलम आदि मौजूद रहे।