




पर्यटकों की आवक से बढ़ी चहल-पहल
जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र अब समापन की ओर अग्रसर है। 15 जून से लेकर 20 जून के बीच पर्यटन सत्र समापन की घोषणा कर दी जाएगी। हालांकि यह सब मौसम पर निर्भर करता है। यदि मॉनसून के आने में देर हुई तो कुछ दिनों के लिए पर्यटन सेवा को विस्तार दिया जा सकता है। वही मानसून के सक्रिय होने पर पर्यटन सत्र के समाप्ति की घोषणा कर दी जाएगी। जानकारों की माने तो यह समय वन्यजीवों के लिए प्रजनन का समय होता है। दूसरा कारण वन मार्ग जंगल सफारी के लिए अनुकूल नहीं होता है। बारिश के कारण वन मार्गो में गड्ढे,जल जमाव एवं फिसलन हो जाता हैं।जिसके कारण विभाग पर्यटकों के लिए जोखिम उठाना मुनासिब नहीं समझता है। फिलहाल जंगल सफारी के लिए पर्यटकों होड़ मची हुई है। बुधवार को 50 की संख्या में पर्यटक जंगल सफारी करने वाल्मीकिनगर पहुंचे।बिहार एवं उत्तर प्रदेश के विभिन्न जगह से आए पर्यटक जंगल सफारी के लिए अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए।
जंगल सफारी के लिए समय किया गया है निर्धारित
वन विभाग द्वारा जंगल कैंप से जंगल सफारी करने के लिए समय को निर्धारित किया गया है। पहले 6.00 बजे से लेकर 8.00 तक, दूसरा 8 से लेकर 10.00 तक। वही शाम के सत्र में 3 से पांच बजे तक जंगल सफारी किया जा सकता है। वहीं प्रत्येक मंगलवार को पर्यटन सेवा बंद रहती है। इस दिन साफ सफाई एवं वाहनों का मेंटेनेंस कार्य कराया जाता है।
पिछले सत्र में 81991 पर्यटकों ने किया वन भ्रमण
2024 -25 के पर्यटन सत्र में वन विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार कुल 81991 पर्यटकों ने वन भ्रमण किया था। जिसमें निशुल्क पर्यटकों की संख्या 69923 जबकि भुगतान करने वाले पर्यटकों की संख्या 12069 थी। उस सत्र में विभाग को कुल राजस्व 13 लाख प्राप्त हुआ था। जबकि इस सत्र में लगभग 70 हजार से ज्यादा पर्यटक वन भ्रमण कर चुके हैं।