




ईश्वर कितनी सुन्दरता से हमारे जीवन में एक और दिन की वृद्धि करते रहते हैं, केवल इसलिए नहीं कि आप को इसकी जरूरत है, बल्कि इसलिए कि किसी अन्य को भी प्रतिदिन आपकी जरुरत है।जीवन की प्रत्येक बाधा हमें कुछ न कुछ सीख अवश्य प्रदान करती है। दुःख में सुख खोज लेना, हानि में लाभ खोज लेना और प्रतिकूलताओं में भी अवसर खोज लेना इसी को सकारात्मक दृष्टिकोण कहा जाता है। जीवन का ऐसा कोई बड़े से बड़ा दुःख नहीं जिसमें सुख की परछाई न छुपी हो। रास्ते में पड़े हुए पत्थर को हम मार्ग की बाधा भी मान सकते हैं और चाहें तो उन पत्थरों को सीढ़ी बनाकर ऊपर भी चढ़ सकते हैं।
जीवन का आनन्द वही लोग उठा पाते हैं जिनके सोचने का ढंग सकारात्मक होता है। इस दुनिया में लोग इसलिए दुःखी नहीं कि उन्हें किसी वस्तु की कमी है अपितु इसलिए दुःखी हैं कि उनके सोचने का ढंग नकारात्मक है। नकारात्मक सोचेंगे तो जो है, उसमें भी दु:खी रहेंगे और सकारात्मक सोचेंगे तो वो हमको अभावों में भी प्रसन्नतापूर्वक जीने का आत्मबल प्रदान करेगा।