



जिला ब्यूरो, विवेक कुमार सिंह,
बेतिया/वाल्मीकिनगर। कन्वेंशन सेंटर परिसर में गुरुवार को वाल्मीकिनगर भ्रमण पर आए गोरखपुर के 15 सदस्यीय टीम ने कामिनी , हरसिंगार, स्वर्ण चंपा, रूद्राक्ष एवं नागेश्वर चंपा का पौधारोपण कर उपस्थित लोगों को पर्यावरण संरक्षण में पेड़ पौधों के महत्व के बारे में बताया। इस दौरान पर्यटकों ने पूर्व से रोपित बरगद, नेपाली रूद्राक्ष, चंपा जैसे 30 पौधों का नीराई कर उन्हें ऑर्गेनिक खाद एवं पानी दिया।15 सदस्यीय टीम का नेतृत्व कर रहे अजय कुमार झा ने बताया कि बिहार सरकार जल जीवन हरियाली कार्यक्रम चला रही है।इसका मतलब है कि, जल है तो जीवन है, और जीवन के साथ हरियाली होना बहुत जरूरी है।इसके लिए प्रत्येक मानव को अपने मां के नाम, अपने भाई के नाम एवं अपने पिता के नाम एक-एक पौधारोपण कर उनका स्वयं संरक्षण भी करना चाहिए। संरक्षण के लिए आवश्यक है, समय-समय पर खाद, पानी के साथ पौधों के जड़ के पास नीराई करना। इससे पौधों में संवर्धन होता है, और संरक्षण के बिना संवर्धन की अपेक्षा नहीं की जा सकती है। उन्होंने पौधारोपण कार्यक्रम में अपना 18 वर्ष व्यतीत करने वाले प्रकृति प्रेमी मनोज कुमार की भी काफी सराहना की। जिनके द्वारा वाल्मीकिनगर के विभिन्न सार्वजनिक प्रतिष्ठानों में विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण कर स्वयं से देखभाल किया जाता है। साथ ही उनके द्वारा प्लास्टिक मुक्त वातावरण बनाने का काम करना एवं प्लास्टिक की जगह कपड़ा के थैले का उपयोग करने का मुहिम भी सराहनीय है। हम सबको उनके द्वारा चलाए गए मुहिम का अनुसरण करना चाहिए। इसी में मानव की भलाई है।










