मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट…
बेतिया/मझौलिया। कृषि विज्ञान केंद्र माधोपुर में क्षेत्रीय उद्यमियों एवं किसानों के लिए संगोष्ठी सह कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन सांसद डॉक्टर संजय जयसवाल कुलपति डॉक्टर पुण्यव्रत सुविमलेन्दु पांडेय विधायक उमाकांत सिंह ने संयुक्त रूप से किया । अपने संबोधन ने में सांसद डॉक्टर संजय जायसवाल ने कहा कि किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करनी चाहिए कम लागत में वर्मी कंपोस्ट का उपयोग कर अधिक पैदावार का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने अंतरर्वत्ति फसलों की खेती करने पर जोर दिया। वहीं कुलपति ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान अन्नदाता है। भारतीय अर्थव्यवस्था कृषि आधारित उद्योगों पर टिकी हुई है। सरकार की सारी योजनाएं किसानों के लिए लाभकारी होती है । किसानों को अनाज के साथ-साथ सब्जी फल आदि की भी खेती करनी चाहिए। फसलों को बार-बार बदलते रहना चाहिए धान गेहूं मक्का गन्ना समेत अन्य फसलों को फसल चक्र विधि से उन्नत तरीके से खेती करनी चाहिए । चनपटिया विधायक उमाकांत सिंह ने कहा कि चंपारण की धरती भूमि महर्षि वाल्मीकि की तपोभूमि बापू की कर्मभूमि था सीता माता की शरण स्थली है।
यहाँ की धरती धान , गेहूं , गन्ना , मक्का , फल , साग सब्जी जैसे चिझो को जन्म देती है। यहां के किसान सबसे ज्यादा कर्मठ और ईमानदार हैं। पूरे भारत में पश्चिमी चंपारण जिले का मरचा चूड़ा आनंदी का भुजा जोगिया का गुड़ जर्दा आम विश्व में प्रसिद्ध है। अनुसंधान केंद्र के मुख्य वैज्ञानिक एम एल मीणा ने आगंतुक अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर तथा प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया । इस अवसर पर क्षेत्रीय किसान संगठन को देकर पुरस्कृत किया गया कार्यशाला में सभी वैज्ञानिक एवं क्षेत्रीय किसान उपस्थित थे।