बगहा/चौतरवा। तिरहुत गंडक नहर में पानी देखते ही किसानों के चेहरे खिल उठे। कल तक उदास बैठे किसान आज।खेतों की जुताई आरंभ कर दिए। खरीफ फसल को ले किसानों को विशेष चिंता सता रही थी। खेतों की मिट्टी तैयार करने के बाद धान के बिचड़े तैयार किए जाते हैं। बता दें कि धान ही किसान के जान कहलाते हैं। क्षेत्र में गन्ना के बाद सबसे अधिक धान की ही खेती की जाती है। खरीफ की फसल में सबसे महत्वपूर्ण धान की फसल ही है। जो वर्षा ऋतु में की जाती है। धान के बिचड़े तैयार करने के बाद रोपनी , पकने तक पानी की आवश्यकता होती है। जिस साल मानसून समय पर आता है। धान की भरपूर फसल होती है।