बगहा/चौतरवा। आखिरकार बारिश शुरू होने से जन जीवन सामान्य हुआ। वही किसानों के लिए यह बारिश अमृत के समान है। जल ही जीवन है। जल नही तो फिर धरती पर हरियाली नहीं। अप्रैल के चिलचिलाती धूप व गर्मी से मई माह के पहले सप्ताह के अंतिम दिन मौसम का मिजाज बदला। तेज हवा के साथ आकाश में काले काले बादल मंडराने लगे। आकाश में बिजली की कड़क व चमक के बाद झमाझम बारिश हुई। मंगलवार के बाद बुधवार को भी तेज बारिश हुई। जिससे फसलों पर हरियाली लौटी। कल तक मुरझाते फसल बारिश का पानी पड़ते ही हरियाली के साथ दिखने लगे। वही किसानों के चेहरे पर मुस्कान वापस लौट आई। पपिंग सेट से पानी निकाल खेतों की सिंचाई कर रहे किसानों को काफी आर्थिक बचत हुई। वही खरीफ फसल के लिए खेतों की जुताई प्रारंभ हो गया। यहां की मिट्टी प्रचंड धूप के कारण कड़ी हो जाती है। अब खेतों की जुताई के साथ धान के बिचड़े तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बारिश से गन्ना,मक्का व आम की फसल को काफी लाभ हुआ है।