जर्जर विद्यालय मे बच्चें पढ़ने को मजबूर, खतरें की बनी संभावना।

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भैरोगंज से राजेश कुमार कि रिपोर्ट…

बगहा/भैरोगंज। बगहा दो प्रखंड के अंतर्गत राजकीय प्राथमिक विद्यालय तोनवा में बच्चों को पढ़ाने के लिए मात्र दो कमरे है। जिसमें बच्चों को पठन-पाठन से लेकर विद्यालय से संबंधित सामग्री भी रखा जाता है एक तरफ बच्चों को गुणवत्ता शिक्षा की बात की जाती है। तो दूसरे तरफ विद्यालय में बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं। तो कहीं जर्जर भवन जब विद्यालय में भवन एवं शिक्षक ही नहीं रहेंगे तो बच्चों को गुणवत्ता शिक्षा कैसे मिलेगी। जिसको लेकर बच्चे के अभिभावक बच्चों की शिक्षा के लिए चिंतित है। सरकारी विद्यालय में शिक्षक की कमी रहने के कारण बच्चों को पठन-पाठन बाधित होता रहा है। जिसके कारण अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए निजी विद्यालय का रुख कर रहें हैं। जिसको लेकर निजी विद्यालय के संचालक अभिभावकों कि मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं। निजी विद्यालय में मोटी रकम देकर बच्चों को पढ़ाने में मजबूर है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय तोनवा में कुल नामांकन बच्चें 230 है। जिसमें 145 बच्चे उपस्थित रहते हैं। विद्यालय के प्रभारी शिक्षक कदामनी देवी ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय तोनवा में शिक्षक ठिक हैं। जो 1 से 5 तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए 6 शिक्षक हैं। इस विद्यालय में कुल नामांकन 230 बच्चों की है जिसमें गुरुवार को 145 बच्चे ही उपस्थित हो पाए हैं। विद्यालय में एक से लेकिन पांच तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए मात्र दो कमरा है कमरे के अभाव के कारण कुछ बच्चों को बरामदे तो कुछ बिना प्लास्टर एवं गड्ढे में तब्दील भवन में बच्चों को बैठा कर पढ़ाया जाता है।विद्यालय के प्रांगण में अभी तक नल जल की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। दो चापाकल, एवं दो बालिका बालक के लिए शौचालय हैं। लेकिन सात निश्चय योजना के तहत शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं कराई गई है। विद्यालय में कमरे के अभाव के कारण 3,4,5 कक्षा के बच्चे को एक साथ बैठाकर पढ़ाया जाता है तो कुछ कमरे में विद्यालय से संबंधित सामग्री रखा गया है। विद्यालय में 6 शिक्षक हैं। जिसमें जर्जर भवन के लिए लगभग 15 वर्षों से इसकी शिकायत की जा रही है लेकिन विभाग के द्वारा कोई इस पर पहल नहीं की गई।

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