बगहा। बिहार के पश्चिम चंपारण में करीब 3800 से अधिक मरीज एडस रोग से संक्रमित है। बता दे कि बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में पति पत्नी एड्स रोग से संक्रमित है। संक्रमित के बावजूद भी स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। इसकी जानकारी देते हुए अनुमंडलीय अस्पताल के प उपाधीक्षक डॉ. अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि प्रसव पीड़ा होने पर दंपति अस्पताल पहुंचे थे। चिकित्सीय जांच के दौरान पता चला कि पति पत्नी दोनों एड्स पॉजिटिव है। जिसके देखते हुए त्वरित अस्पताल प्रबंधन द्वारा सुरक्षा की दृष्टिकोण से लेबर वार्ड को नए सिरे से पीपी किट से लैस कर अपग्रेड किया गया। इसके साथ ही प्रसव पीड़ित महिला को सुरक्षित बेड पर महिला चिकित्सक डॉ. पूजा कुमारी जीएनएम व स्वास्थय कर्मियों ने पीपी किट की मदद से प्रसव पीड़ित महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। जहां जच्चा बच्चा दोनो सुरक्षित है। डीएस ने बताया कि एड्स पॉजिटिव दंपति को चिकित्सा देख रेख वातावरण में रखा गया है। और दंपति को हमेशा चिकित्सीय उपचार के संरक्षण में रहते हुए जच्चा बच्चा को रखने का सुझाव दिया गया है। अस्पताल उपाधीक्षक ने बताया कि दंपति को तीसरा बच्ची हुई हैं, जो पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि पॉजिटिव दंपति को पॉजिटिव होने की भनक भी नहीं थी। जब पीड़ित महिला अर्बन पीएचसी बगहा दो से हीमोग्लोबिन की मात्रा 7 ग्राम बल्ड होने से रेफर के दौरान अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया , तब प्रसव पीड़ित महिला की ब्लड सैंपल की जांच के दौरान पॉजिटिव होने की सूचना लगी, तो स्वास्थ्य कर्मि दंग रह गए, और इसकी सूचना अस्पताल चिकित्सक समेत प्रभारी उपाधीक्षक को दिया और प्रसव पीड़ित महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया । नाम पता गोपनीय रखा गया है। बतादें कि बगहा के ही रमेश रंजन सिंह एडस परामर्शी है। इनके देख रेख में बेहतर काम हो रहा है। ये अस्पतला के प्रति समर्पित है, 24 घंटा सेवा देते रहते है।