जिंदगीको यूं धुएं में न उड़ाएं, छोड़ें तंबाकू जीवन बचाएं :- पं०भरत उपाध्याय

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बगहा/मधुबनी। राजकीय कृत हरदेव प्रसाद इंटरमीडिएट कॉलेज मधुबनी के पूर्व प्राचार्य पंडित भरत उपाध्याय ने ब्रह्मस्थान के परिसर में *सामाजिक और पर्यावरणीय हित में तंबाकू निषेध* विषय पर बोलते हुए कहा कि -तंबाकू का स्वास्थ्य पर सबसे घातक प्रभाव पड़ता है, याद रहे ,तंबाकू का सेवन कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है, जिनमें प्रमुख हैं, फेफड़ों, मुंह, गले और पेट का कैंसर। तंबाकू के कारणरक्तचाप बढ़ताहैऔरहृदय संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। धूम्रपान से श्वसन तंत्र की क्षमता कम हो जाती है और श्वसनसंबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।तंबाकू छोड़ने से ,फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार होता है और कैंसर व हृदय रोगों का खतरा कम हो जाता है।तंबाकू उत्पादों पर खर्च होने वाला पैसा भी बचता है। इसे छोड़ देने से सामाजिक और पर्यावरणीय लाभ भी होता है। सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान न करने से दूसरों की सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है। तंबाकू दिवस हमें यह सोचने का अवसर देता है कि तंबाकू हमारे जीवन पर किस प्रकार का खतरनाक, नकारात्मक प्रभाव डालता है। हमें इसे छोड़ने का संकल्प लेनाचाहिए और अपने आस-पास के लोगों को भी इसके दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना चाहिए। स्वस्थ और खुशहाल जीवन के लिए तंबाकू से दूर रहना ही सबसे अच्छा उपाय है। इस अवसर पर पं० रमाशंकर त्रिपाठी ,मनंजय तिवारी, सुबोध कुमार तिवारी, सोनू कुमार आदि ने भी अपना विचार व्यक्त किया।

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