बिहार। इस वर्ष के दिसम्बर महीने के अंत में अचानक बढ़ी ठंड ने लोगों का जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है।शीतलहर शुरू होते ही पूरे दिन सूर्य की एक झलक पाने को लोग बेताब दिख रहे।किन्तु इस ठंड में आग में घी डालने का काम पछिया हवा कर रही है,जिसके करामात से बचने के लिए लोग गर्म कपड़े और अलाव जलाकर अपनी सुरक्षा कर रहे हैं।अब इस ठंड में सुबह सुबह लोग चाय की चुस्कियों के साथ अलाव जलाकर बैठ रहे और राजनीतिक गलियारों पर खूब चर्चा हो रही है।वही देखा जाय तो चौक चौराहों पर अलाव की तलाश में लोग इधर उधर भटकने पर विवश हो रहे हैं।हालांकि इस ठंड को लेकर क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों में बच्चों की संख्या भी काफी कम देखी जा रही है। छोटे बच्चे घरों से बाहर नहीं निकल रहे है। राहगीर व स्थानीय लोगों की चौक चौराहों के चाय की दुकानों पर भीड़ देखी जा रही है। लोग ठंड से निजात पाने के लिए चाय की चुस्की ले रहे है।लोगों का कहना है कि दिसम्बर में महीने भर ठंड का एहसास नहीं हुआ, तेज धूप लोगों के पसीने छुड़ा रही थी, किन्तु अचानक महीने के अंत में पासा पलट गया और पछिया हवा के साथ ठंडी का प्रकोप बढ़ गया।जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा। वही बढ़ती ठंड के कारण पूर्व से पिकनिक की तैयारियों में जुटे लोगों के अरमानों पर अब पानी फिर गया है,पिकनिक मनाने के लिए दूर पिकनिक स्पॉट पर जाने वाले लोग ठंड के कारण आस पास के क्षेत्रों को ही अब पिकनिक स्पॉट बनाने के जुगत में जुट गए हैं।देखा जाय तो अभी ठंड का कहर जारी रहेगा।