मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट
बेतिया/मझौलिया। सत्य और अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर आयोजित बैठनिया भानाचक स्थित पंचायत सरकार भवन परिसर में ग्राम सभा हो हंगामा की भेंट चढ़ गया। ग्राम सभा के शुरुआत में ही ग्रामीणों ने पंचायत सचिव चंद्रमणि शुक्ला से विकास कार्यों एवं विकास योजनाओं की जानकारी प्राप्त करनी चाही। इस बात को लेकर पंचायत सचिव दुविधा में पड़ गए। ग्रामीणों ने खुलेआम ग्राम सभा में पंचायत सचिव पर लाभकारी योजनाओं में रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। जिसका समर्थन उपस्थित ग्रामीणों ने एक स्वर में सही करार देते हुए तालियां बजाई। बहुत ग्रामीणों ने कहां की पंचायत विकास योजनाओं का चयन एक कमरे के अंदर बैठकर कर लिया जाता है। कुछ ग्रामीणों ने जोरदार शब्दों में कहा कि वे लोग आज पहली बार पंचायत सचिव चंद्रमणि शुक्ला को देख रहे हैं।
कुछ गणमान्य नागरिकों ने आमसभा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करने का प्रयास किया लेकिन उपस्थित जनता के नाराजगी से पंचायत सचिव को उनका कोप भाजन बनना पड़ा। बीच-बीच में बारिश ने भी खलल डालने का प्रयास किया। उपस्थित जनता के सवालों से परेशान होकर पंचायत सचिव को आम सभा छोड़कर पंचायत सरकार भवन में भाग कर शरण लेनी पड़ी। जहां बताते हैं कि कुछ आक्रोशित ग्रामीणों ने पंचायत सचिव के साथ धक्का मुक्की करते हुए घंटो बंधक बनाए रखा। उपस्थित जनता की मांग थी कि पंचायत सचिव निर्धारित समय पर पंचायत में आकर कार्य करें तथा योजनाओं का चयन बंद कमरे में ना कर सबके सामने करें।
पंचायत सचिव चंद्रमणि शुक्ला ने पंचायत सरकार भवन पर हो हंगामा एवं विधि व्यवस्था का हवाला देते हुए आमसभा को स्थगित करने का सूचना सटवा दिया। इधर पंचायत की मुखिया आशा देवी को भी विकास योजनाओं को लेकर आक्रोश का सामना करना पड़ा। मुखिया आशा देवी ने बताया कि हो हंगामा बारिश आदि के कारण आमसभा को स्थगित कर दिया गया है। अधिकारियों के अगले आदेश पर सुरक्षा के बीच आम सभा का आयोजन किया जाएगा। बताते चले की इस आम सभा से पंचायत के वार्ड सदस्यों ने अपने को अलग रखा।