बगहा/चौतरवा। बिहार राज्य आंगनबाड़ी संघ के आह्वान पर विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू हो गया है। सेविकाओं ने बताया कि केंद्र सरकार व राज्य सरकार महिला उत्थान व कल्याण के लिए जितनी भी घोषणाएं करें ,परंतु जमीनी हकीकत कुछ और है। हाथी के दांत खाने व दिखाने के अलग अलग होते हैं। आज महंगाई के जमाने में आंगनबाड़ी कर्मियों को न्यूनतम मजदूरी से भी काफी कम मानदेय भुगतान किया जाता है।सेविकाओं को 5950 ₹ व सहायिकाओं को 2975 ₹ मानदेय भुगतान किया जाता है। मानदेय भी कभी चार तो कभी छह महीने बाद मिलता है। ऐसी स्थिति में उनका जीवन निर्वहन बड़ा ही कठिन रास्ते से हो रहा है।सो बिहार राज्य आंगनबाड़ी संघ के आह्वान पर विभिन्न मांगों को ले 29 सितंबर से अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू हो गया है।सेविकाओं ने बताया कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी हड़ताल जारी रहेगा।